महिला - दिवस...। महिला - दिवस...।
कहते हैं कि लालच बुरी बला है ! कैसे ? जानने के लिए पढ़िए यह लघुकथा...। कहते हैं कि लालच बुरी बला है ! कैसे ? जानने के लिए पढ़िए यह लघुकथा...।
क्या किसी ने सोचा भी होगा कि कोई अपनी ही बहू का कन्यादान भी कर सकता हैं, ‘’एक अनोखा कन्यादान’’ ! क्या किसी ने सोचा भी होगा कि कोई अपनी ही बहू का कन्यादान भी कर सकता हैं, ‘’एक ...
चबूतरे का सच ! चबूतरे का सच !
अपनों के बीच...। अपनों के बीच...।
एक बेबस सफर...। एक बेबस सफर...।